Thursday, 30 June 2016

दुकानें उसकी भी लुट जाती है अक्सर हमने देखा है…! . जो दिन भर में न जाने कितने ताले बेच देता है…!! मुझे इतना भी मत घुमा ए जिंदगी, मै शहर का शायर हूँ , “MRF का टायर” नही – हर ट्राफीक सिग्नल तेरी याद दिलाता है,,,,,तूने भी कुछ इस तरह रंग बदले थे… मेरा Status पढने के बजाय कोई Book पढ़ो… जी भर गया है तो बता दो हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं…! रेल मंत्री से बस एक ही गुज़ारिश है, मग्गे की चेन लंबी कर दें. अरे यार !! यूँ ही हम “दिल” साफ रखा करते थे,,,,पता नहीं था किमत “चहेरे की होती है” कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है…!!! आप जिस पर आँख बंद करके भरोसा करते हैं, अक्सर वही आप की आँखें खोल जाता है. हमसफ़र खूबसूरत नहीं.. सच्चा होना चाहिए . Mausam ki misaal du ya tumhari, Koi puch betha h badalna kisko kehte h – कैसे बनेगा अमीर वो हिसाब का कच्चा बूढा भिखारी, जो बस एक रुपये के बदले सिग्नल पे खड़ा बेशकीमती दुआए दे देता है। आइना जब भी उठाया करो.. “पहले देखो”…फिर “दिखाया करो”.!! छुपा लूंगा तुझे इसतरह से बाहों में;हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे;हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह;कि होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे. हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो…!! वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है…!! Mat pucha karo mujhse ki tum mere kya lagte ho Dil k liye dhadkan zaruri h, or mere liye tum….!!. जी भर गया है तो बता दो हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं…! रेल मंत्री से बस एक ही गुज़ारिश है, मग्गे की चेन लंबी कर दें. अरे यार !! यूँ ही हम “दिल” साफ रखा करते थे,,,,पता नहीं था किमत “चहेरे की होती है” कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है…!!! आप जिस पर आँख बंद करके भरोसा करते हैं, अक्सर वही आप की आँखें खोल जाता है. हमसफ़र खूबसूरत नहीं.. सच्चा होना चाहिए . Mausam ki misaal du ya tumhari, Koi puch betha h badalna kisko kehte h – कैसे बनेगा अमीर वो हिसाब का कच्चा बूढा भिखारी, जो बस एक रुपये के बदले सिग्नल पे खड़ा बेशकीमती दुआए दे देता है। आइना जब भी उठाया करो.. “पहले देखो”…फिर “दिखाया करो”.!! छुपा लूंगा तुझे इसतरह से बाहों में;हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे;हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह;कि होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे. हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो…!! वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है…!! Mat pucha karo mujhse ki tum mere kya lagte ho Dil k liye dhadkan zaruri h, or mere liye tum….!!
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