Wednesday, 29 June 2016

बहुत ही प्यारी सी पंक्तिया: स्वर्ग में सब कुछ है लेकिन मौत नहीं है, गीता में सब कुछ है लेकिन झूठ नहीं है, दुनिया में सब कुछ है लेकिन किसी को सुकून नहीं है, और आज के इंसान में सब कुछ है लेकिन सब्र नहीं किसी ने क्या खूब कहा है: ना खुशी खरीद पाता हू ना ही गम बेच पाता हू फिर भी मै ना जाने क्यु हर रोज कमाने जाता हू....
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